व्यक्तित्व विकास के लिए आंतरिक सौन्दर्य बाह्य सौन्दर्य से श्रेष्ठ है फिर भी बाह्य सौंदर्य आत्मविश्वास को बढ़ाकर व्यक्तित्व को निखार देता है ओर बाल इसका अमूल्य अंग है।
आयुर्वेद मे सिर के बालों के लिए केश शब्दप्रयोग मिलता है। केशव्याधि के निष्णात मानते आ रहे हैं कि केश की लंबाई से ज्यादा उसके स्वास्थ्य पर जोर देना चाहिए। बाल शरीर के आभ्यंतर स्वास्थ्य का बेरोमीटर है। जो व्यक्ति अपने बालों को हमेशा सुंदर रखना चाहता है उसे रोजमर्रा के जीवन में उन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
रोजमर्रा के जीवन मे बालों का ध्यान कैसे रखें?
- पूरे दिन घर मे रहेने वालें हैं? बड़े दातों वाली कंधी से ही बाल बनाएँ।
- दिन मे एक बार सिर को आगे की तरफ झुकाकर गरदन के पीछे से बाल बनाएं।
- कंधी को बार बार साबुन से साफ करें।
- दिन मे एक बार १० से १५ मिनिट वालों को खुला छोड़ दें।
- टूटी हुई कंधी से बाल न बनाएँ तथा बालांे को खींचकर रबर न लगाएँ।
- साफ बालों में ही तेल मालिश करें।
- बालों में हमेशा तेल या क्रीम या पोषक जेल लगाकर ही शेम्पू करें।
- अपने बालों की लंबाई के हिसाब से शेम्पू का नाप तय कर लें उसमें पानी मिलाकर एक ही बार में सिर को साफ कर लें।
- क्षारयुक्त पानी को उबालकर ठंडा कर लें, फिर उससे बालो कों साफ कर लें।
- ५० से ७५ की संख्या में बाल झड रहें हैं तो तेल मालिश बंध कर दें व तुरंत वैध की सलाह लें।
- रोज हेल्मेट पहनकर जा रहें हैं तो उसकी स्वच्छता का खयाल रखें व हेल्मेट के अंदर अपना स्वच्छ हाथ रूमाल बिछा दें।
- रोज कुर्सी पर बैठकर काम कर रही लंबे बालों वाली बहनों को अपने बाल कंधे से आगे की तरफ रखने चाहिए जिसे कुर्सी व पीठ के बीच मे जो घर्षण होता है उससे बचा जा सके।
- ऋतु परिवर्तन के अनुसार बालों का रखरखाव करें।
ऋतुओं के अनुसार बालों का रखरखाव गर्मी के मौसम मे बाल झडने की समस्या कम रहती है ऐसा देखा गया है फिर भी बालों का रखरखाव बहुत जरूरी है।
- धूप मे सिर पर टोपी या कपड़ा पहनकर जाएं।
- गर्मी में बाहर निकले हों तो घर आकर तुरंत ठंडा पानी सिर पर न डालें।
- पसीने वाली सिर की त्वचा पर तेल मालिश न करें।
- हररोज धूप में जाना पड़ रहा हो तो तेल या पोषक जैल लगाकर सीधी धूप से बचाएं।
- गर्मी की वजह से बाल सूखे न हो जाएं इसलिए एलोवेरा एवं भृंगराज युक्त जैल से उसे हाइड्रेट रखें।
- गर्मी मे नीम से बने हुए शेम्पू का उपयोग अच्छा होता है क्योंकि ये पसीनेवाली सिर की त्वचा पर होनेवालें रोगों से बचाता है।
- गर्मी के मौसम में बालों पे अगर लेप लगाना हो तो एलोवेरा, भृंगराज, हिना, आम की गुठली, त्रिफला चूर्ण मिलाकर करें जिससे गर्मी में फायदा रहेगा, बाल बढ़ेंगे और सिल्की भी लगेंगे।
ठंड के मौसम में…
- सिर पर नियमित रूप से तेल मालिश करें।
- सिर को ठंडी हवा से बचाएँ।
- ठण्ड मे जुकाम न हो जाए इसलिए आईस्क्रीम, अंगूर, केला जैसी चीजें जो कफ को बढ़ाती हैं उससे परहेज करें। सर्दी-जुकाम तथा सिर की त्वचा पर होने वाले डेंड्रफ के कारण बाल झड़ने लगते हैं।
- ठण्ड की वजह से अगर त्वचा रुक्ष हुई है तब तैल मालिश ही करें, किसी भी प्रकार के चूर्ण का लेप करना हो तो ऑइल या जैल या गरम पानी मे मिलाकर करें।
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Nice Article…