आज की तारीख मे भी लोगों की यही सोच है की आयुर्वेद सिर्फ त्वचा विकार, अस्थि संधि विकार और सौंदर्य समस्याओं के लिए ही है। अभी भी यही सोच के साथ आयुर्वेद चिकित्सा ली जाती है की, लंबे समय बाद आराम होगा…….. लेकिन अब ऐसा नहीं है, अब हम आपको हृदय विकार, डायबिटिस, स्त्रीरोग, वंध्यत्व, केन्सर जैसी जटिल बीमारियों के लिए भी सहजता से चिकित्सा उपलब्ध करा सकते है।
अब आपको रोज-बरोज सुनने में आनेवाले ओपरेशन्स जैसे की एंजिओप्लास्टी, बायपास सर्जरी, क्नी-जोइण्ट रीप्लेसमेंट ऑपरेशन, स्पाइन के ऑपरेशन, भगंदर, मस्से का ऑपरेशन आयुर्वेदिक चिकित्सा द्वारा टाले जा सकते है। हृदय की नलियों मे बने ब्लोकेज तो हम नहीं निकाल सकते है, लेकिन शरीर की नेचरल हिलिंग प्रोसैस को आयुर्वेदिक पंचकर्म और औषध चिकित्सा द्वारा बूस्ट करके कोलेटरल्स ड़ेवलप किए जा सकते है, जिसके द्वारा हृदय का रक्तप्रवाह सुचारु रूप से शुरू हो जाता है। और ऐसे ही हम हृदय रोगों को ऑपरेशन के बिना भी सहजता से ठीक कर सकते है।
डायबिटिस की दवाइयाँ चलती रहती है, दिनबदिन दवाइयाँ बढ़ती रहती है, साथ मे इंसुलिन शुरू होता है, और इतनी दवाइयाँ और इंसुलिन के बावजूद भी कुछ ना कुछ तकलीफें (कोंप्लीकेशन्स) चलती ही रहती है। जैसे हाथ और पैरों में खाली चढ़ना, किडनी की तकलीफें, आँखों की तकलीफें………… हद तो तब होती है जब शरीर का कोई अंग काम करना बंद करता है या फिर किसी अंग को शरीर से अलग करना पड़ता है। आयुर्वेद यहा आपका इंसुलिन बंद करने के साथ ही शुगर लेवल नॉर्मल रहती है। आयुर्वेद पंचकर्म और औषध चिकित्सा द्वारा शरीर के इंसुलिन रेसिस्टेन्स को दूर करके बाकी तकलीफों (कोंप्लीकेशन्स) से दूर रहा जा सकता है।
स्त्रीरोग जैसे की पीसीओडी (अंडाशय में गांठ होना), गर्भाशय में गांठ होना, प्री मेनोपौजल सिंड्रोम और वंध्यत्व का बिना ऑपरेशन चिकित्सा आयुर्वेद पंचकर्म और औषधि द्वारा संभव है। आयुर्वेद के साथ एक बेहेतर जीवनशैली अपनाकर आपके स्वास्थ्य को नयी तरह असीम हॉस्पिटल – रिसर्च सेंटर द्वारा परिभाषित किया जाता है। सूरत में स्थित यह 15 बेड का आयुर्वेद हॉस्पिटल है, जहाँ हृदय रोग, डायबिटिस, स्त्रीरोग, वंध्यत्व, केन्सर, गुदाचीर, मस्सा, भगंदर, अस्थि-संधि रोगों का सहज और सफलतापूर्वक इलाज किया जाता है। आयुर्वेदिक परामर्श एवं निदान हेतु आज ही हमारा संपर्क करे 9106435362, वेबसाइटः www.asimhospital.com